ताजा खबर

AI की वजह से बिजली, पानी का संकट! ChatGPT का इस्तेमाल पड़ रहा ‘महंगा’, जानें- कितनी बढ़ गई खपत?

Photo Source :

Posted On:Tuesday, June 25, 2024

जितनी तेजी से टेक्नोलॉजी विकसित हो रही है, उतनी ही तेजी से हमारी काम करने की क्षमता भी विकसित हो रही है। हमें आपको यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि कैसे तकनीक हमारे काम को आसान बना रही है। अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की बात हो रही है. दुनिया इसे किसी चमत्कार से कम नहीं मान रही है. लेकिन कहते हैं न कि हर बदलाव एक कीमत मांगता है। हम पर्यावरण को नुकसान पहुंचाकर एआई-संचालित परिवर्तन की कीमत चुका रहे हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि AI पृथ्वी पर बिजली और पानी का संकट पैदा कर सकता है।

2 साल में बिजली की खपत 10 गुना बढ़ सकती है

यदि आप AI टूल ChatGPT का उपयोग करते हैं, तो क्या आपने कभी सोचा है कि इस टूल का उपयोग करने से कितनी बिजली की खपत होती है? एक वर्ष में 10 टेरा वाट। यह इतनी बिजली है कि यह नाइजीरिया जैसे देश की 4 महीने और न्यूजीलैंड जैसे देश की 3 महीने की बिजली खपत को पूरा कर सकती है। अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, वर्ष 2026 तक AI उद्योग में बिजली की खपत 10 गुना बढ़ सकती है।

पानी का भी अधिक उपयोग हो रहा है

जितना अधिक इंटरनेट का उपयोग किया जाता है, उसके डेटा केंद्र उतनी ही अधिक गर्मी उत्पन्न करते हैं। चूंकि इस पर गर्मी का असर नहीं होता इसलिए इसे पानी से ठंडा रखा जाता है। इकोनॉमिक टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि डेटा सेंटरों को ठंडा रखने के लिए पानी की खपत पिछले साल की तुलना में बढ़ गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में 4.7 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की खपत हुई. वर्ष 2022 में यह 34 प्रतिशत बढ़कर 64 लाख घन मीटर हो जायेगा।

ये आँकड़ा जानकर आप चौंक जायेंगे

  • चैटजीपीटी के प्रश्न का उत्तर देने के लिए, बिजली की खपत 2.9 वाट प्रति घंटे की दर से होती है। जबकि Google खोज से उत्तर पुनर्प्राप्त करने में प्रति घंटे केवल 0.3 वाट बिजली की खपत होती है।
  • एआई के उपयोग के कारण हर 100 दिनों में बिजली की खपत 26-36 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है।
  • माना जा रहा है कि 2023 से 2030 के बीच एआई के इस्तेमाल से बिजली की खपत 200 टेरावाट घंटे (एक साल) तक बढ़ सकती है।
  • 2023 में बिजली की खपत में एआई का इस्तेमाल 8 प्रतिशत था, जो 2028 तक 15 से 20 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
  • ChatGPT 3.0 पर 10 से 15 प्रश्न पूछने के लिए आधा लीटर पानी का उपयोग किया जाता है। जबकि ChatGPT 4 का उपयोग करने पर पानी की अधिक खपत होती है।
  • 2027 तक दुनिया की ताजे पानी की मांग 4.2 बिलियन क्यूबिक मीटर से बढ़कर 6.6 बिलियन क्यूबिक मीटर हो जाएगी। यह ब्रिटेन के वार्षिक जल उपयोग का आधा है।


अयोध्या और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ayodhyavocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.