भारत में हाल ही में सोने की कीमतों में आई जबरदस्त गिरावट ने निवेशकों और आम उपभोक्ताओं को चौंका कर रख दिया है। तीन दिनों के भीतर सोने की कीमतों में ₹10,000 से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है, जो पिछले कुछ महीनों में सबसे बड़ा बदलाव माना जा रहा है। यह गिरावट न केवल घरेलू बाजार के लिए बल्कि वैश्विक आर्थिक संकेतकों के संदर्भ में भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट
29 मई 2025 को देशभर में सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई। खासतौर पर 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट सोने की दरों में लगातार तीन दिनों से गिरावट जारी है।
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24 कैरेट सोना अब ₹9,704 प्रति ग्राम पर बिक रहा है, जो कि 26 मई के ₹9,764 प्रति ग्राम से ₹60 कम है।
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22 कैरेट सोना ₹8,895 प्रति ग्राम हो गया है, जबकि पहले यह ₹8,950 था।
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18 कैरेट सोना अब ₹7,278 प्रति ग्राम मिल रहा है, जो पहले ₹7,311 था।
इसका मतलब है कि तीन दिनों में सोना खरीदने पर उपभोक्ताओं को 100 ग्राम की खरीदारी पर औसतन ₹10,000 से ₹13,000 तक की बचत हो रही है।
गिरावट का प्रमुख कारण
इस गिरावट के पीछे प्रमुख कारण अमेरिका से जुड़ी आर्थिक गतिविधियां हैं। हाल ही में अमेरिकी अदालत ने ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए कुछ आयात शुल्क को रद्द कर दिया है। इससे वैश्विक बाजार में व्यापारियों का रुख बदल गया है और सोने की मांग में कमी आई है।
दूसरा बड़ा कारण है डॉलर की मजबूती। जब डॉलर मजबूत होता है, तो वैश्विक स्तर पर सोना महंगा हो जाता है और निवेशकों के लिए कम आकर्षक बनता है। इसका सीधा असर भारत के वायदा बाजार (MCX) पर भी पड़ा है।
MCX पर जून कॉन्ट्रैक्ट की कीमत ₹658 घटकर ₹94,620 प्रति 10 ग्राम हो गई है।
आज के ताजा रेट (29 मई 2025)
कैरेट |
26 मई का रेट (₹/ग्राम) |
29 मई का रेट (₹/ग्राम) |
100 ग्राम का रेट (29 मई) |
गिरावट |
24 |
₹9,764 |
₹9,704 |
₹9,70,400 |
₹6,000 |
22 |
₹8,950 |
₹8,895 |
₹8,89,500 |
₹4,000 |
18 |
₹7,311 |
₹7,278 |
₹7,27,800 |
₹3,300 |
कुल अनुमानित गिरावट |
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₹13,300 |
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में अभी और उतार-चढ़ाव संभव हैं। अमेरिका के आर्थिक आंकड़े, फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें, डॉलर इंडेक्स की चाल और अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक स्थिति — ये सभी आने वाले दिनों में सोने के दाम को प्रभावित कर सकते हैं।
निवेशकों को फिलहाल सावधानी से कदम उठाने की सलाह दी जा रही है। बाजार विश्लेषकों का कहना है कि:
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अगर सोने का दाम ₹95,000 प्रति 10 ग्राम से नीचे रहता है, तो इसे बेचने की बजाय होल्ड करना बेहतर है।
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₹95,550 का स्टॉप लॉस रखते हुए ₹94,200 का टारगेट तय किया जा सकता है।
निवेशकों और ग्राहकों के लिए मौका
जिन लोगों ने लंबे समय से सोना खरीदने का मन बना रखा था, उनके लिए यह गिरावट एक सुनहरा मौका है। खासतौर पर शादी-ब्याह के सीजन में यह गिरावट ग्राहकों को राहत देने वाली साबित हो सकती है।
इस समय सोना न केवल आभूषण के लिए, बल्कि निवेश के लिहाज से भी उचित मूल्य पर उपलब्ध है। अगर कीमतें और गिरती हैं तो यह बाजार में और ज्यादा ग्राहकों को आकर्षित कर सकती हैं।
निष्कर्ष
भारत में सोने की कीमतों में आई हालिया गिरावट बाजार की आर्थिक संवेदनशीलता को दर्शाती है। वैश्विक परिस्थितियां, डॉलर की चाल और अमेरिका की नीतियां मिलकर भारतीय बाजार में बड़ा असर डाल रही हैं। हालांकि यह गिरावट आम उपभोक्ताओं के लिए लाभदायक साबित हो सकती है, लेकिन निवेशकों को रणनीतिक तरीके से आगे बढ़ने की आवश्यकता है। आने वाले हफ्तों में कीमतों की चाल पर नजर रखना बेहद जरूरी होगा।