मुंबई, 16 जुलाई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। महाराष्ट्र में मराठी और हिंदी भाषा विवाद को लेकर रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। जयपुर में मीडिया से बातचीत में अठावले ने कहा कि मराठी भाषा का समर्थन जरूरी है, लेकिन इसे लेकर दादागिरी या हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह सक्षम है और जो भी दादागिरी करेगा उसे सबक सिखाया जाएगा। अठावले ने कहा कि मराठी को बोलना चाहिए, इसमें कोई आपत्ति नहीं, लेकिन किसी को थप्पड़ मारना या धमकाना यह स्वीकार्य नहीं है। अठावले ने दावा किया कि महाराष्ट्र में 60 फीसदी लोग अन्य राज्यों से हैं और उनमें से भी बड़ी संख्या में लोग मराठी भाषा जानते हैं। उन्होंने कहा कि बाला साहेब ठाकरे ने जब शिवसेना की नींव रखी थी, तब उन्होंने सभी भाषाओं और समुदायों के लिए अलग-अलग विंग बनाई थीं, लेकिन आज उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे उन्हीं की विचारधारा के खिलाफ काम कर रहे हैं।
अठावले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर भी बड़ा बयान दिया और कहा कि 2029 तक नरेंद्र मोदी को ही प्रधानमंत्री रहना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में संविधान की प्रति दिखाकर लोगों को गुमराह किया कि भाजपा संविधान बदलना चाहती है, जबकि भाजपा संविधान का सम्मान करती है और डॉ. अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को कोई नहीं बदल सकता। रामदास अठावले ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के 75 साल में रिटायरमेंट संबंधी बयान पर कहा कि यह एक सामान्य राय हो सकती है, लेकिन एनडीए घटक दल के तौर पर उनकी मंशा है कि नरेंद्र मोदी 2029 तक प्रधानमंत्री बने रहें। उन्होंने मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों के कामकाज की तारीफ करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में चौथे स्थान पर पहुंच चुकी है और 25 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठ चुके हैं। बिहार में वोटर जांच को लेकर अठावले ने चुनाव आयोग का समर्थन किया और कहा कि बांग्लादेशी नागरिकों द्वारा फर्जी पहचान पत्र बनवाकर वोट डालने की आशंका है, इसलिए सही मतदाता की पहचान के लिए जन्म प्रमाण पत्र मांगना जरूरी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संस्था है और वह निष्पक्षता से कार्य कर रही है। उन्होंने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि वे चुनाव आयोग को बदनाम कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने सभी धर्मों और जातियों को आरक्षण का लाभ पहुंचाया है। जिनकी आय आठ लाख से कम है, उन्हें 10 प्रतिशत आर्थिक आरक्षण दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस समाज को बांटने का प्रयास करती है, जबकि भाजपा सबको साथ लेकर न्याय की दिशा में काम कर रही है।