मुंबई, 03 जनवरी, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। बिहार की राजधानी पटना में BPSC कैंडिडेट्स धरना दे रहे हैं। कैंडिडेट्स की मांग है कि 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द की जाए। इसके अलावा लाठीचार्ज के दोषियों को सजा देने और मृतक BPSC छात्र सोनू को 5 करोड़ रुपए की मुआवजा देने की मांग की है। कैंडिडेट्स के समर्थन में पप्पू यादव ने आज बिहार बंद बुलाया है। जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर कैंडिडेट्स के समर्थन में गुरुवार शाम से आमरण अनशन पर बैठे हैं। वहीं, मुजफ्फरपुर कोर्ट में BPSC छात्रों को भड़काने के आरोप में उन पर केस दर्ज किया गया है। दूसरी ओर इंडिया अलायंस के छात्र संगठन NSUI, AISA, AISF और RJD CM हाउस का घेराव करने निकले। पुलिस ने उन्हें 2 बार बैरिकेडिंग कर रोका। पहली बार वो बैरिकेडिंग तोड़कर आगे निकल गए। दूसरी बार पुलिस ने उन्हें रोक लिया। छात्र संगठनों ने अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया है। उनका कहना है कि अब 6 जनवरी को आगे की रणनीति बनेगी। वहीं, महागठबंधन छात्र संगठन ने मांग पूरी नहीं होने पर 6 जनवरी को पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। राजद नेता और विपक्ष के लीडर तेजस्वी यादव ने भी छात्रों को समर्थन दिया था। पप्पू यादव और उनके समर्थकों ने पैसेंजर ट्रेनें रोकीं। पप्पू यादव भी सचिवालय हाल्ट रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां एक और ट्रेन को रोका गया। पुलिस ने सभी को ट्रैक से हटा दिया है। कार्यकर्ताओं ने मधेपुरा में पैसेंजर ट्रेन को रोका है।
पप्पू यादव ने कहा, छात्रों को न्याय दिलाने के लिए शांतिपूर्ण चक्का जाम रहेगा। सरकार ध्यान नहीं देती है, तो आगे का निर्णय छात्रों का होगा।" इसके बाद पप्पू यादव ने सचिवालय हाल्ट से इनकम टैक्स गोलंबर तक पैदल मार्च किया। इनकम टैक्स गोलंबर पहुंचने के बाद वो अपनी गाड़ी में बैठकर घर के लिए निकल गए। बिहार के 12 जिलों सासाराम, सुपौल, किशनगंज , मधेपुरा, पटना, सहरसा, पूर्णिया, लखीसराय, औरंगाबाद, भागलपुर, आरा और अररिया में नेशनल और स्टेट हाईवे को पप्पू यादव के कार्यकर्ताओं ने जाम किया है।
दरअसल, 29 दिसंबर 2024 रविवार को गांधी मैदान में छात्र संसद हुई। CM आवास की ओर बढ़ रहे कैंडिडेट्स पर तीसरी बार लाठीचार्ज किया गया। प्रशांत किशोर, उनकी पार्टी जन सुराज के अध्यक्ष मनोज भारती, पूर्व IPS अफसर आनंद मिश्रा, कोचिंग संचालक रहमांशु मिश्रा समेत 21 लोगों पर नामजद और 600 अज्ञात के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। 30 दिसंबर 2024 को छात्रों का एक डेलिगेशन मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मिले थे। उनकी ओर से पांच मांगों को रखा गया था। परीक्षा 13 दिसंबर को हुई थी। कैंडिडेट्स ने कहा था कि बापू सेंटर पर हुई परीक्षा का पेपर दिन में ही लीक हो गया था। आयोग ने भी गड़बड़ी मानी थी और दोबारा परीक्षा करवाने की बात कही थी। उसी दिन विरोध प्रदर्शन कर रहे एक कैंडिडेट को पटना कलेक्टर डॉ चंद्रशेखर सिंह ने थप्पड़ मार दिया था।