मुंबई, 07 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। राजस्थान में राजनीतिक सरगर्मी तब बढ़ गई जब बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए प्रहलाद गुंजल अब वहां घुटन महसूस कर रहे हैं। राठौड़ ने कहा कि हाल ही में कोटा शहर कांग्रेस की बैठक में गुंजल और मंत्री शांति धारीवाल के समर्थक आमने-सामने आ गए थे, जिससे साफ है कि पार्टी के अंदर मतभेद गहराते जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी प्रहलाद गुंजल से लगातार बातचीत होती रहती है, हालांकि बातचीत की बातें मीडिया में साझा करने योग्य नहीं हैं। राठौड़ ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के हालिया आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस को पहले खुद के शासनकाल की कमियों पर नजर डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार ने घटिया क्वालिटी की सामग्री खरीदी थी, जिसमें बड़े पैमाने पर कमीशनखोरी हुई। अब मजबूरी में वही सामान इस्तेमाल किया जा रहा है। हमारी सरकार ने आते ही व्यवस्थाओं में सुधार किया और लापरवाहियों को ठीक किया है।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस हमेशा दुर्घटनाओं और संवेदनशील मुद्दों पर राजनीति करती है। उनका कहना था कि जो गलती सरकार की नहीं होती, उस पर भी विपक्ष बेवजह आरोप लगाता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए, लेकिन कांग्रेस का रवैया केवल आलोचना तक सीमित है। दरअसल, एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में आग लगने की घटना पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार मृतकों की संख्या छिपा रही है और एक-एक करके मौतें घोषित कर रही है। जूली ने आरोप लगाया था कि मृतकों के परिजनों को शव सौंपने में देरी की जा रही है, और जब मुख्यमंत्री अस्पताल पहुंचे, तो परिजनों को वहां से हटा दिया गया ताकि सच्चाई सामने न आ सके।