अयोध्या न्यूज डेस्क: महाकुंभ के सफल आयोजन के बाद प्रयागराज में जुटाए गए संसाधनों को अब प्रदेश के अन्य जिलों में उपयोग के लिए भेजा जाएगा। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने सोमवार को अफसरों के साथ ऑनलाइन बैठक कर इस पर विस्तृत कार्ययोजना बनाई। तय किया गया कि मेले में उपयोग की गई मोटरबोट और चेंजिंग रूम को रामनगरी अयोध्या भेजा जाएगा, जबकि चंदौली को भी कुछ मोटरबोट दी जाएंगी। वहीं सफाई के लिए खरीदे गए टिपर और कांपैक्टर प्रयागराज नगर निगम को सौंपे जाएंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ समापन के बाद निर्देश दिए थे कि मेले में इस्तेमाल हुए सामानों की सूची तैयार की जाए और देखा जाए कि उन्हें प्रदेश के किन जिलों में दोबारा उपयोग में लाया जा सकता है। इसी के तहत एक रिपोर्ट बनाई गई, जिसमें विभिन्न विभागों के बचे हुए उपकरणों को चिन्हित किया गया। उदाहरण के लिए, जल निगम के जनरेटर अब प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों को भेजे जाएंगे और वाटर एटीएम अयोध्या, विंध्याचल, मथुरा और कानपुर के पनकी क्षेत्र में लगाए जाएंगे।
इसके अलावा, पीडब्ल्यूडी द्वारा लगाए गए चकर्ड प्लेट और पांटून को मिर्जापुर, गोरखपुर, लखीमपुर और कानपुर जैसे जिलों में स्थानांतरित किया जाएगा। प्रस्ताव के मुताबिक, मंगलवार को इन प्लेटों को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। वहीं मेले में खरीदे गए सफाई वाहन फिलहाल मेला कार्यालय में हैं, लेकिन इन्हें प्रयागराज नगर निगम को देने का फैसला किया गया है। कुछ वाहन मेला प्राधिकरण अपने पास रखेगा, जबकि कुछ अन्य जिलों को भेजे जाएंगे।
स्वास्थ्य विभाग की बात करें तो उनके सभी उपकरण प्रयागराज में ही रहेंगे। मेले के दौरान आई पैथोलॉजी लैब मशीनें, एक्सरे मशीनें और अन्य मेडिकल उपकरण अब एसआरएन, बेली और कॉल्विन जैसे अस्पतालों को सौंपे जाएंगे। मंडलायुक्त ने स्पष्ट किया कि महाकुंभ की व्यवस्थाओं में इस्तेमाल सभी संसाधनों का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा, ताकि प्रदेशभर में विकास कार्यों को बल मिल सके।