न्यूयॉर्क के मैनहट्टन में गुरुवार को हडसन नदी के ऊपर एक भयावह हेलिकॉप्टर दुर्घटना हुई, जिसमें तीन बच्चों समेत छह लोगों की मौत हो गई। यह दुखद हादसा लोअर मैनहट्टन और जर्सी सिटी के बीच हुआ। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन टीमों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया, लेकिन दुर्भाग्यवश किसी को भी जीवित नहीं बचाया जा सका।
एक ही परिवार उजड़ गया
न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि मृतकों में हेलिकॉप्टर का पायलट और स्पेन के एक ही परिवार के पांच सदस्य शामिल हैं। इन पांच लोगों में माता-पिता और तीन बच्चे शामिल थे, जो छुट्टियां मनाने न्यूयॉर्क आए थे। इस हृदयविदारक हादसे ने पूरे शहर को शोक में डुबो दिया है।
कैसे हुआ हादसा?
न्यूयॉर्क पुलिस विभाग (NYPD) ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह दुर्घटना वेस्ट साइड हाईवे और स्प्रिंग स्ट्रीट के पास हुई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि हेलिकॉप्टर पूरी तरह से पानी में डूब चुका था। घटना के समय मौसम खराब था—आसमान में बादल थे, हवा की गति लगभग 10-15 मील प्रति घंटे थी और हल्की बारिश की संभावना जताई गई थी। फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने जानकारी दी कि वे नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) के साथ मिलकर हादसे की जांच कर रहे हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों की जुबानी
ब्रूस वॉल, जो घटना स्थल के पास मौजूद थे, ने बताया कि उन्होंने हवा में हेलिकॉप्टर को टूटते हुए देखा। उन्होंने कहा, "हेलिकॉप्टर का प्रोपेलर घूम रहा था लेकिन हेलिकॉप्टर से अलग हो चुका था।" डैनी होरबियाक, जो जर्सी सिटी स्थित अपने घर में थीं, ने बताया कि उन्होंने एक जोरदार आवाज सुनी और जब खिड़की से बाहर देखा तो हेलिकॉप्टर कई टुकड़ों में नदी में गिर रहा था। लेस्ली कैमाचो, एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, "हेलिकॉप्टर अनियंत्रित हो गया था, उससे धुआं निकल रहा था और अचानक वह नीचे गिरा।"
दुर्घटना की जांच जारी
अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटना की प्रारंभिक वजह तकनीकी खराबी हो सकती है, लेकिन जांच पूरी होने तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाएगा। एनटीएसबी की टीम ने हेलिकॉप्टर का मलबा निकालना शुरू कर दिया है और ब्लैक बॉक्स की जांच की जा रही है।
निष्कर्ष
यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक पूरे परिवार के सपनों का अंत है। स्थानीय समुदाय, प्रशासन और अंतरराष्ट्रीय नागरिक इस त्रासदी से गहरे सदमे में हैं। अब सभी की निगाहें जांच एजेंसियों पर हैं, जो यह स्पष्ट करेंगी कि आखिर इस दर्दनाक हादसे की असली वजह क्या थी।