22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहल्गाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस क्रूर हमले में 26 मासूम लोगों की जान चली गई, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। इस दर्दनाक घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक इमोशनल वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, जिसमें एक कपल को कश्मीर की वादियों में डांस करते हुए देखा जा सकता है।
वीडियो के साथ दावा किया गया कि यह कपल कोई और नहीं बल्कि नौसेना अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी हैं, और यह उनके हमले से पहले के आखिरी पल हैं।
क्या है वायरल वीडियो का दावा?
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर @RealBababanaras नामक यूजर ने यह वीडियो 23 अप्रैल को पोस्ट किया और लिखा:
“लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का कश्मीर से आखिरी वीडियो। पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। #PahalgamTerroristAttack”
वीडियो में एक कपल को कश्मीर की खूबसूरत वादियों में एक लोकप्रिय गाने पर डांस करते हुए दिखाया गया। देखते ही देखते यह वीडियो हजारों बार शेयर हो गया और कई न्यूज पेजों व सोशल मीडिया अकाउंट्स ने भी इसे बिना जांचे आगे बढ़ा दिया।
फैक्ट चेक में निकला वीडियो फर्जी
जब यह वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, तो फैक्ट चेकर्स ने इसकी सच्चाई जांचने का फैसला किया। InVid टूल की मदद से वायरल वीडियो के कीफ्रेम निकाले गए और उन्हें Google Lens के ज़रिए रिवर्स सर्च किया गया।
इस खोज से पता चला कि यह वीडियो 22 अप्रैल के आतंकी हमले से जुड़ा नहीं है, बल्कि यह एक पुराना और असंबंधित वीडियो है जिसे गलत संदर्भ में वायरल किया गया।
असली कपल कौन हैं?
रिवर्स सर्च और कीवर्ड एनालिसिस से पता चला कि यह वीडियो 24 अप्रैल 2025 को आशीष सेहरावत नामक एक इंस्टाग्राम यूजर द्वारा पोस्ट किया गया था।
आशीष ने खुद को भारतीय रेलवे से जुड़े रणजी ट्रॉफी क्रिकेटर बताया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वीडियो में दिख रहे लोग वही और उनकी पत्नी हैं, न कि लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और उनकी पत्नी।
आशीष की पत्नी ने भी एक बयान में कहा:
“अरे दोस्तों, हम जीवित हैं। हाल ही में पोस्ट किए गए एक वीडियो को झूठे दावे के साथ वायरल किया गया, जिससे हमें इसे हटाना पड़ा। हमारी संवेदनाएं दिवंगत विनय सर और उनके परिवार के साथ हैं, लेकिन हमारा आपसे विनम्र अनुरोध है कि हमारे वीडियो का दुरुपयोग करने वाले किसी भी पेज को रिपोर्ट करें।”
वायरल वीडियो से फैली अफवाहें
इस झूठे वीडियो के कारण सोशल मीडिया पर गुस्सा, भावनात्मक प्रतिक्रिया और गलत सूचना का माहौल बन गया। कई लोगों ने बिना जांचे सरकार, सेना और पाकिस्तान के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी। हालांकि जनता का आक्रोश आतंकियों के प्रति जायज है, लेकिन गलत तथ्यों पर आधारित भावनाएं समाज में भ्रम और तनाव बढ़ा सकती हैं।
निष्कर्ष
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22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला सच है, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई।
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वायरल हो रहा वीडियो झूठा है, और लेफ्टिनेंट विनय नरवाल से कोई संबंध नहीं रखता।
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यह वीडियो असली में क्रिकेटर आशीष सेहरावत और उनकी पत्नी का है।
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सोशल मीडिया पर कोई भी संवेदनशील वीडियो शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच बेहद जरूरी है।
आतंकी हमलों जैसे गंभीर मुद्दों पर गलत जानकारी फैलाना, न सिर्फ पीड़ितों का अपमान है, बल्कि इससे देश की एकता और संवेदना को भी ठेस पहुंचती है। सोचें, समझें और फिर साझा करें।