अयोध्या न्यूज डेस्क: एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को मिल्कीपुर तहसील में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लेखपाल वेद प्रकाश वर्मा को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। वेद प्रकाश वर्मा पर आरोप था कि उसने किसान राम उजागिर से उनकी प्रॉपर्टी की वरासत रिपोर्ट तैयार करने के लिए 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जब किसान ने पैसे देने में असमर्थता जताई तो लेखपाल ने रिपोर्ट को अटका रखा था। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाकर किसान को लेखपाल को पैसे देने के लिए कहा, और जैसे ही वेद प्रकाश वर्मा ने रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
घटना के दौरान लेखपाल ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। टीम ने उसे तुरंत अपने वाहन में बैठाकर अयोध्या की ओर रवाना कर दिया। इस घटना के बाद तहसील परिसर में कर्मचारियों, अधिवक्ताओं और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और कुछ लोगों ने लेखपाल को पकड़ने का वीडियो बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस मामले में एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक प्रमोद शुक्ला ने बताया कि लेखपाल के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है। वेद प्रकाश वर्मा का स्थानांतरण मिल्कीपुर उपचुनाव से पहले अन्य तहसील में हुआ था, लेकिन चुनाव समाप्त होते ही वह मिल्कीपुर तहसील में वापस आ गया था। वह कंदई कला, कोटडीह, धौरहरा मुकुंदहा, सोनहर छेदी जैसे कई गांवों का लेखपाल था।