अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के धन्नीपुर गांव में बनने वाली मस्जिद को लेकर बड़ा बदलाव सामने आया है। अब यह मस्जिद विदेशी डिज़ाइन में नहीं बल्कि पूरी तरह अवधी स्थापत्य कला से प्रेरित नज़र आएगी। मस्जिद का ऊपरी हिस्सा गुंबदाकार होगा और इसमें शीशे का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। पुराने नक्शे को खुद ही ट्रस्ट ने खारिज कर दिया है और अब नया डिज़ाइन जल्द ही अयोध्या विकास प्राधिकरण (एडीए) को सौंपा जाएगा।
मस्जिद ट्रस्ट के अध्यक्ष जुफर अहमद फारुकी ने बताया कि एडीए से नक्शा अस्वीकृत किए जाने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। लेकिन ट्रस्ट खुद ही पुराने नक्शे को आगे नहीं बढ़ाना चाहता था। दरअसल 2023 में ट्रस्ट ने एडीए पोर्टल पर आवेदन किया था, लेकिन सभी एनओसी अपलोड न होने के कारण वह आवेदन एक साल बाद अपने आप ही रिजेक्ट हो गया।
नए डिजाइन में मस्जिद के बीच में एक बड़ा गुंबद होगा और चारों ओर पांच मीनारें बनाई जाएंगी। यह पूरी तरह भारतीय स्थापत्य का उदाहरण पेश करेगी। जुफर फारुकी ने कहा कि समुदाय के लोगों को विदेशी पैटर्न स्वीकार नहीं था, इसलिए नया नक्शा तैयार किया जा रहा है।
गौरतलब है कि पहले का डिजाइन जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के आर्किटेक्ट एसएम अख्तर ने तैयार किया था। वह मस्जिद खाड़ी और पश्चिमी देशों की शैली पर आधारित थी। लेकिन अब मस्जिद का नया रूप पूरी तरह से देशी और अवधी अंदाज में दिखाई देगा।