अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या की इस बार की रामलीला पहले से कहीं ज्यादा भव्य और आधुनिक अंदाज में सजने वाली है। शुक्रवार को महापौर गिरीशपति त्रिपाठी की मौजूदगी में रामकथा पार्क में भूमिपूजन के साथ इसकी शुरुआत की गई। इस रामलीला की सबसे बड़ी खासियत होगी 200 फीट ऊंचे रावण का दहन, जिसके साथ 160 फीट का कुंभकर्ण और 150 फीट ऊंचा मेघनाद भी जलाया जाएगा।
इस बार दहन पूरी तरह डिजिटल तकनीक से किया जाएगा। दर्शकों को ऐसा अनुभव होगा मानो वे त्रेता युग में पहुंच गए हों और श्रीराम के हाथों रावण के अंत को अपनी आंखों के सामने देख रहे हों। मंच पर दिखाए जाने वाले दृश्यों को और प्रभावी बनाने के लिए संगीत पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। वनवास के प्रसंग में जहां दर्द और विरह की धुनें होंगी, वहीं युद्ध के समय नगाड़ों और शंखनाद से रोमांचक माहौल बनेगा।
रामलीला समिति के अध्यक्ष सुभाष मलिक ने बताया कि रामलीला का आयोजन 22 सितंबर से 2 अक्तूबर तक रोजाना शाम सात बजे से रात दस बजे तक होगा। इसे न केवल रामकथा पार्क में देखा जा सकेगा, बल्कि दूरदर्शन और यूट्यूब चैनल पर लाइव प्रसारण भी होगा।
मंचन में दो सांसदों समेत कई बड़े फिल्मी कलाकार भाग लेंगे और मंच पर संस्कृति, कला और तकनीक का ऐसा संगम दिखेगा जो पहले कभी नहीं देखा गया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह को भी आमंत्रण भेजा गया है।