अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में तेज़ गर्मी से भगवान को राहत देने के लिए मंदिरों में खास इंतज़ाम किए जा रहे हैं। कई प्रमुख मंदिरों के गर्भगृह में अब एयर कंडीशनर लगा दिए गए हैं, जिससे भगवान को ठंडक मिल सके। फूलों से आरती और सुगंधित झांकी के साथ-साथ भक्तों ने भगवान की सेवा को और भी आधुनिक बना दिया है। राम मंदिर बनने के बाद मठ-मंदिरों की व्यवस्थाओं में व्यापक बदलाव आए हैं, जिसमें तकनीक का इस्तेमाल अब भगवान की सेवा में भी देखा जा रहा है।
गर्मियों में भगवान को ठंडक देने की परंपरा बहुत पुरानी है। पहले जहां फूल बंगले और चमर से भगवान को ठंडक दी जाती थी, वहीं आजकल एसी, कूलर और पंखों का उपयोग हो रहा है। कनक भवन, हनुमानगढ़ी, लाल साहब दरबार, रामलला सदन जैसे मंदिरों में भी अब यह व्यवस्था आम हो गई है। इसके अलावा भगवान को हल्के सूती वस्त्र पहनाए जा रहे हैं और तरल पदार्थों का भोग लगाया जा रहा है, ताकि उन्हें मौसम के प्रभाव से आराम मिले।
अप्रैल की भीषण गर्मी में जब तापमान 41 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है, ऐसे में भक्त भगवान को गर्मी से बचाने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं। श्रद्धा और सेवा के इन नए रूपों से स्पष्ट होता है कि भक्त आज भी भगवान को अपना सबसे बड़ा प्रिय मानते हैं और उनकी सेवा के लिए परंपरा व आधुनिकता का संतुलन बना रहे हैं। कलयुग में भी भगवान की सेवा उतनी ही सजीव और भावनात्मक है, जितनी त्रेता युग में हुआ करती थी।