अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में इस समय दोहरी चुनौती सामने है — एक ओर जिला अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी से इलाज प्रभावित हो रहा है, तो दूसरी ओर सरयू नदी का उफान खतरे की घंटी बजा रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में हर दिन करीब 1200 मरीज पंजीकृत होते हैं, लेकिन डॉक्टरों की संख्या महज 21 है, जबकि 50 पद स्वीकृत हैं। इस कमी के कारण मरीजों को समय पर उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है।
मरीजों और तीमारदारों ने सभी रिक्त पदों पर डॉक्टरों की तत्काल नियुक्ति और भीड़ नियंत्रण के लिए आधुनिक ऑनलाइन सिस्टम लगाने की मांग की है। जिला अस्पताल पर न सिर्फ अयोध्या बल्कि आसपास के जनपदों से आने वाले मरीजों का भी दबाव रहता है, जिससे चिकित्सा सेवाओं पर गहरा असर पड़ रहा है।
इधर, सरयू नदी भी विकराल रूप ले चुकी है। नदी का जलस्तर डेंजर लेवल से 18 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है और प्रति घंटे 2 सेंटीमीटर की गति से बढ़ रहा है। इसके चलते जिला प्रशासन ने नौकायन पर 10 अगस्त तक रोक लगा दी है और रिहायशी इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
सावन झूला मेले के कारण लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं और सरयू घाटों पर स्नान कर रहे हैं। उनकी सुरक्षा के लिए SDRF और जल पुलिस के जवान लगातार गश्त कर रहे हैं। केंद्रीय जल आयोग और जिला प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है और लोगों से अपील की जा रही है कि वे गहरे पानी से दूर रहें।