अयोध्या न्यूज डेस्क: भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश के 19 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है। हालांकि, मॉक ड्रिल की सूची में अयोध्या का नाम शामिल नहीं है, लेकिन राम मंदिर की संवेदनशीलता को देखते हुए अयोध्या पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। जिले के उच्च अधिकारी जैसे कमिश्नर, आईजी, डीएम और एसएसपी डोगरा रेजिमेंट सेंटर पहुंचकर सेना के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं ताकि सुरक्षा प्रबंधन को और मजबूत किया जा सके।
अयोध्या के आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि राम मंदिर की सुरक्षा के लिए अयोध्या हमेशा अलर्ट रहती है। यहां पर तैनात सभी सुरक्षा बल, चाहे वे पैरामिलिट्री फोर्स हो, सीआरपीएफ हो, पीएससी हो या सिविल पुलिस, सभी एकजुट होकर अपनी ड्यूटी निभाते हैं। इन सभी फोर्सेज की तैयारी और सतर्कता इस बात का प्रमाण है कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाया जा रहा है।
जिला अस्पताल के सीएमएस, डॉक्टर एके सिन्हा ने बताया कि अयोध्या अस्पताल में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। अस्पताल में 212 बेड हैं और इसके अलावा 7 किलोमीटर दूर एक मेडिकल कॉलेज भी स्थित है, जहां गंभीर मरीजों को रेफर किया जा सकता है। सुरक्षा एजेंसियां और स्थानीय पुलिस पूरी तरह से अलर्ट हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए संसाधन उपलब्ध हैं।
अयोध्या मंडल के आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि हम नियमित रूप से अयोध्या के विभिन्न पर्वों और त्योहारों पर सुरक्षा योजनाओं का अभ्यास करते हैं। कुंभ के समय भी हमने अपनी फोर्स के साथ मॉक ड्रिल की थी और यह अभ्यास निरंतर जारी रहेगा। इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सुरक्षा बलों के पास उचित प्रशिक्षण हो और आवश्यकतानुसार फोर्स को तैनात किया जा सके।