अयोध्या न्यूज डेस्क: नेपाल से कैलाश मानसरोवर यात्रा से लौटते वक्त अयोध्या के नौ श्रद्धालु हिलसा बॉर्डर पर फंस गए थे। इस खबर से उनके परिजन बेहद चिंतित थे और उन्होंने केंद्र सरकार से मदद की अपील की। सरकार ने तुरंत पहल करते हुए उनकी सुरक्षित वापसी की व्यवस्था शुरू की। इस प्रयास का नतीजा यह रहा कि उनमें से तीन श्रद्धालु – सुशील राजपाल, विकास गुप्त और अनूप सिंह – नेपालगंज-बहराइच मार्ग से होते हुए सकुशल अयोध्या लौट आए।
सुरक्षित लौटने के बाद तीनों श्रद्धालुओं का परिजनों और स्थानीय लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान श्रद्धालु सुशील राजपाल के भाई धीरज राजपाल भावुक हो उठे और उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब पाकिस्तान से विंग कमांडर अभिनंदन को वापस ला सकते हैं, तो नेपाल में फंसे श्रद्धालुओं को भी कभी नहीं छोड़ सकते। उन्होंने पीएम मोदी का आभार जताते हुए कहा कि यह उनकी सख्त और मजबूत व्यवस्था का ही नतीजा है कि उनके भाई सुरक्षित घर लौट पाए।
फिलहाल बाकी छह श्रद्धालु अभी भी नेपाल में हैं, लेकिन जानकारी के मुताबिक सभी पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनके परिवारजन लगातार संपर्क में हैं और जल्द घर वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं। परिवारों की बेचैनी साफ झलक रही है, पर साथ ही उन्हें विश्वास है कि केंद्र सरकार उन्हें भी सुरक्षित भारत लेकर आएगी।
अयोध्या में इस घटना को लेकर लोगों के बीच प्रधानमंत्री मोदी की पहल की खूब सराहना हो रही है। श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी से लोगों के मन में विश्वास और गहरा हुआ है कि सरकार मुश्किल घड़ी में अपने नागरिकों को कभी अकेला नहीं छोड़ती। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि शेष छह श्रद्धालु भी जल्द अपने घरों में लौट आएं।