अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में इस बार का दीपोत्सव कुछ अलग ही नजारा पेश करने वाला है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देखरेख में प्रदेश सरकार इसे अब तक का सबसे भव्य और ऐतिहासिक आयोजन बनाने में जुटी हुई है। प्रभु श्रीराम की नगरी दीपों की अनगिनत रोशनी से जगमगाने को तैयार है। वहीं डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय इस आयोजन में अहम भूमिका निभा रहा है। कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह के निर्देशन में हजारों वॉलिंटियर्स और शिक्षकों ने सेवा और समर्पण की मिसाल कायम की है।
शुक्रवार को सुबह 10 बजे से विश्वविद्यालय परिसर से रिजर्व बसों के जरिए स्वयंसेवकों को राम की पैड़ी भेजा गया। यातायात संयोजक प्रो. अनूप कुमार ने बताया कि बड़ी संख्या में वॉलिंटियर्स समय से पहले ही पहुँच गए थे और पूरे जोश से घाटों पर दीप बिछाने का काम शुरू किया। हर टीम को तय समूहों में बांटकर भेजा गया ताकि कार्य सुव्यवस्थित ढंग से हो सके।
कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह ने खुद सभी घाटों का निरीक्षण किया और टीमों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि दीपोत्सव सिर्फ एक आयोजन नहीं बल्कि प्रभु श्रीराम की मर्यादा और आदर्शों का लोक उत्सव है। सभी स्वयंसेवक इसे रामकाज मानकर अपनी पूरी निष्ठा से कार्य कर रहे हैं। अब तक 60% से अधिक दीप बिछाने का काम पूरा हो चुका है और कुछ घाटों ने अपना लक्ष्य भी हासिल कर लिया है।
विश्वविद्यालय के शिक्षकों, अधिकारियों और स्वयंसेवकों की मेहनत से अयोध्या जगमगा उठी है। हर ओर आस्था की लहर और ‘जय श्रीराम’ के नारों के बीच माहौल दिव्यता से भर गया है। योगी सरकार की मंशा के अनुरूप इस बार का अयोध्या दीपोत्सव 2025 निश्चित ही इतिहास रचने जा रहा है।