अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में राम मंदिर परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण का कार्य भगवान के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह सपना साकार हो रहा है। सीएम ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस अवसर पर आने का स्वागत किया और कहा कि जनता कल इस नई अयोध्या और श्रीरामलला के दर्शन का लाभ उठा सकेगी।
इस अवसर पर बृहस्पति कुंड और दक्षिण भारत के तीन महान संगीतज्ञों और संतों—त्याग राज महास्वामी, पुरंदर दास महास्वामी और अरुणाचल कवि स्वामी—की प्रतिमाओं का अनावरण किया गया। सीएम योगी ने इन संतों के योगदान को सराहते हुए कहा कि 15वीं से 18वीं सदी तक उन्होंने राम भक्ति का प्रचार-प्रसार दक्षिण भारत के विभिन्न क्षेत्रों में किया। उन्होंने संतों के अनुयायियों को शुभकामनाएं दी और उनके समर्पण की प्रशंसा की।
सीएम ने बताया कि ये प्रतिमाएं बृहस्पति कुंड पर स्थापित की गई हैं, जो श्रद्धालुओं के लिए पवित्र स्थल है। हर बृहस्पतिवार और मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी पर यहां विशेष आयोजन होता है। उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के इन संतों ने राम भक्ति के प्रचार में अतुलनीय योगदान दिया, विशेषकर त्याग राज महास्वामी, जिनके कर्नाटक संगीत और राम भक्ति के लिए योगदान को त्रिमूर्ति में शामिल किया जाता है।
सीएम योगी ने अपने भाषण में राम जन्मभूमि आंदोलन की यादें साझा कीं। उन्होंने बताया कि उस समय तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और केरल से बड़ी संख्या में भक्त आए और रामलला के मंदिर निर्माण के लिए नारे लगाए। उन्होंने कहा कि कभी लोगों को संदेह था कि मंदिर बनेगा या नहीं, लेकिन आज यह सपना साकार हो रहा है और इसकी महिमा देश और दुनिया में देखी जा रही है।