अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने और ढांचागत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कुल 92.46 करोड़ रुपये की लागत से 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। ये प्रस्ताव तीर्थ क्षेत्र विकास परिषद की ओर से भेजे गए थे और कार्यदायी संस्था के रूप में उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड को जिम्मेदारी दी गई है। इनमें से अधिकतर परियोजनाओं पर कार्य शुरू हो चुका है, जबकि साकेत सदन जैसी कुछ परियोजनाएं अंतिम चरण में हैं। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इस संबंध में जानकारी देते हुए प्रेस विज्ञप्ति जारी की।
विज्ञप्ति के मुताबिक, अयोध्या के आसपास के धार्मिक स्थलों और क्षेत्रों को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा। इसमें ब्लॉक तारुन में कम्हरिया बाबा मंदिर का सौंदर्यीकरण, राम की पैड़ी पर दर्शक दीर्घा और अन्य सुविधाएं, पावन नगरी से जुड़े मखौड़ा, भरतकुंड, श्रावण क्षेत्र, श्रृंगी ऋषि का आश्रम और दशरथ समाधि स्थल शामिल हैं। इसके अलावा ठाकुर राम जानकी नई पंचायती मंदिर को भी पर्यटन स्थल के रूप में संवारा जाएगा।
मिल्कीपुर क्षेत्र में रायपट्टी स्थित गहनाग बाबा धाम, सुचित्तागंज सोहावल और तुलसीदास छावनी मंदिर का भी पर्यटन विकास किया जाएगा। सरयू नदी के राजघाट के पास एक एम्फीथिएटर और फूड कोर्ट बनाया जाएगा। वहीं साकेत सदन परिसर में पंचकोसी, चौदहकोसी और चौरासी कोसी परिक्रमा पर आधारित संग्रहालय और इंटरप्रिटेशन सेंटर का निर्माण होगा। ग्राम अबनपुर सरोहा में ग्रामीण पर्यटन के अंतर्गत सुविधाओं का केंद्र भी तैयार किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि रामपथ, भक्तिपथ, धर्मपथ और जन्मभूमि पथ जैसी योजनाओं के साथ-साथ मिनिस्टिंग फैन और कैनोपी जैसी आधुनिक सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी। इसके अलावा वार्ड संख्या-13 में गुलाबबाड़ी, कौशलेश सदन, भास्कर भवन और संत निवास का भी सुंदरीकरण होगा। गुप्तारघाट के सामने श्रद्धालुओं के लिए गज़ीबो बेंच और रोशनी की बेहतर व्यवस्था की जाएगी, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ज्यादा सुविधा और आकर्षण मिल सके।