अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या स्थित सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी में दर्शन और पूजा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अब प्रसाद को लेकर नए नियमों का पालन करना होगा। मंदिर की पंचायती व्यवस्था ने फैसला लिया है कि 1 जुलाई से केवल शुद्ध देसी घी से बने लड्डू ही हनुमान जी को भोग के रूप में चढ़ाए जाएंगे। इस नियम का पालन मंदिर परिसर और उससे जुड़ी दुकानों पर भी अनिवार्य रूप से किया जाएगा।
इस फैसले को लेकर हाल ही में मंदिर के पांच प्रमुख लड्डू विक्रेताओं की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें यह तय किया गया कि सभी दुकानदारों को अपने-अपने प्रसाद के डिब्बों पर दुकान का नाम और लड्डू की गुणवत्ता की जानकारी साफ-साफ लिखनी होगी। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि प्रसाद में मिलावट की शिकायतों पर लगाम लगाई जा सके, जो कि पिछले कुछ समय से लगातार सामने आ रही थीं।
व्यापार मंडल के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि यह निर्णय श्रद्धालुओं की आस्था की रक्षा के लिए लिया गया है। अब अगर किसी दुकान से खरीदे गए लड्डू में मिलावट की शिकायत मिलती है, तो उस दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुजारी सिर्फ उन्हीं डिब्बों से प्रसाद स्वीकार करेंगे, जिन पर दुकान का नाम और सामग्री की जानकारी स्पष्ट रूप से अंकित होगी।
संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष और हनुमानगढ़ी के महंत संजय दास ने भी इस निर्णय का समर्थन करते हुए कहा कि लगातार मिल रही शिकायतों के बाद यह कदम जरूरी हो गया था। अब इस व्यवस्था से न सिर्फ श्रद्धालुओं को शुद्ध प्रसाद मिलेगा बल्कि मिलावटखोरी पर भी पूरी तरह से रोक लगेगी। मंदिर प्रशासन का मानना है कि यह कदम पारदर्शिता और आस्था की शुद्धता बनाए रखने की दिशा में अहम साबित होगा।