अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा ने मंगलवार को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। पार्टी ने यहां से चंद्रभान पासवान को मैदान में उतारा है, जो पासी समाज से आते हैं। चंद्रभान पासवान रुदौली से दो बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं और उनकी पत्नी भी वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य हैं। भाजपा और सपा दोनों के लिए यह सीट प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है, क्योंकि सपा ने पहले ही अजीत प्रसाद को अपना प्रत्याशी घोषित किया है, जो अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं।
चंद्रभान पासवान का परिवार सूरत में साड़ी के व्यापार से जुड़ा हुआ है और वह रुदौली में भी साड़ी का कारोबार करते हैं। पिछले दो वर्षों से वे मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर सक्रिय थे और 2022 के चुनाव में भाजपा ने गोरखनाथ को यहां से उम्मीदवार बनाया था। इस बार भी गोरखनाथ समेत कई अन्य नेताओं ने प्रत्याशी बनने के लिए अपनी दावेदारी पेश की थी, लेकिन पार्टी ने चंद्रभान पासवान को ही चुना है।
भा.ज.पा. के लिए मिल्कीपुर सीट अब और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है, खासकर लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट सपा के हाथों हारने के बाद। मिल्कीपुर सीट पहले सपा के विधायक अवधेश प्रसाद के पास थी, जो बाद में अयोध्या से सांसद चुने गए। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद हुए लोकसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद की जीत ने भाजपा को बड़ा झटका दिया था। इसलिए भाजपा के लिए इस सीट को वापस जीतना बेहद जरूरी हो गया है।
17 जनवरी से नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी, और 5 फरवरी को मतदान होगा। इसके बाद 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस उपचुनाव में भाजपा और सपा दोनों ही अपनी पूरी ताकत लगाकर जीतने की कोशिश करेंगे, क्योंकि मिल्कीपुर सीट को लेकर दोनों पार्टियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है।