अयोध्या न्यूज डेस्क: रामनवमी के अवसर पर केंद्र सरकार ने बिहार को बड़ा तोहफा दिया है। माता सीता की जन्मस्थली सीतामढ़ी और भगवान राम की नगरी अयोध्या को जोड़ने वाली राम-जानकी पथ परियोजना को मंजूरी मिल गई है। यह फोरलेन सड़क दोनों धार्मिक स्थलों को 240 किलोमीटर के रास्ते से जोड़ेगी और इस पर लगभग 6155 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
इस सड़क का एलाइनमेंट तय कर दिया गया है और यह उत्तर प्रदेश-बिहार बॉर्डर के मेहरौना घाट से शुरू होकर सिवान, सारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर होते हुए सीतामढ़ी के भिट्ठा मोड़ तक जाएगी। केंद्र सरकार की योजना है कि इस साल निर्माण कार्य शुरू हो और ढाई से तीन साल में इसे पूरा कर लिया जाए। इससे न केवल धार्मिक जुड़ाव बढ़ेगा, बल्कि इन इलाकों में बुनियादी ढांचे और व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस परियोजना के तहत सीतामढ़ी बाईपास को इस तरह जोड़ा जाएगा कि पुनौराधाम सीधे मुख्य सड़क से कनेक्ट हो जाए, जिससे श्रद्धालुओं को सीधा लाभ मिलेगा। सड़क निर्माण के पहले चरण के कुछ हिस्सों के टेंडर पहले ही जारी हो चुके हैं, जबकि बाकी हिस्सों के लिए जमीन अधिग्रहण और टेंडर की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। केंद्र और राज्य सरकारें इस प्रोजेक्ट को प्राथमिकता पर लेकर आगे बढ़ा रही हैं।