अयोध्या न्यूज डेस्क: अखिल भारतीय चाणक्य परिषद की बैठक में एक ऐसा प्रस्ताव सामने आया है, जिसने चर्चा को तेज कर दिया है। रविवार को अयोध्या के प्रेस क्लब में हुई बैठक में परिषद के राष्ट्रीय संरक्षक कृपानिधान तिवारी ने ऐलान किया कि अगर कोई ब्राह्मण छह या उससे अधिक बच्चे पैदा करता है, तो उसे एक लाख एक हजार रुपये का नकद इनाम और चांदी की थाली दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह प्रोत्साहन सिर्फ ब्राह्मणों के लिए है और उम्र की कोई सीमा नहीं रखी गई है। तिवारी का कहना है कि पुराने समय में संतों ने भी बड़ी उम्र में संतान उत्पन्न की है और ब्राह्मणों के पास ऐसी औषधियां होती हैं जो उम्र को मात दे सकती हैं।
बैठक में ब्राह्मण एकता और उनके अधिकारों को लेकर भी चर्चा हुई। तिवारी ने कहा कि अगर पूरे देश के ब्राह्मण एकजुट हो जाएं, तो सरकारें तक बदल सकती हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार में ब्राह्मणों का उत्पीड़न हो रहा है और अगर यह सिलसिला नहीं थमा, तो संगठन कड़ा कदम उठाएगा। उन्होंने सभी ब्राह्मणों से अपील की कि वे संगठित होकर राष्ट्र और समाज हित में आगे आएं।
इस दौरान पूर्व मंत्री डॉ. रविंद्र शुक्ल ने भी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदू समाज को सनातन धर्म की रक्षा और ब्राह्मण संस्कृति को बनाए रखने के लिए सामने आना होगा। उन्होंने यह सलाह दी कि ब्राह्मण समाज को नौकरी या सिर्फ व्यापार के पीछे न भागते हुए अपने बच्चों को वेदों की शिक्षा देने और पुरोहित बनने के लिए प्रेरित करना चाहिए। वहीं सेवानिवृत्त जीएसटी कमिश्नर इंद्रप्रकाश तिवारी ने शिक्षा और संस्कार पर विशेष ज़ोर देने की बात कही।
बैठक में भगवान परशुराम मंदिर निर्माण को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया। परिषद की ओर से अयोध्या धाम में भगवान परशुराम का भव्य मंदिर बनाने की मांग की गई है। इसके साथ ही सवर्ण आयोग के गठन, योग्यता आधारित पदों को छोड़कर आर्थिक आधार पर आरक्षण, समान नागरिक संहिता लागू करने और परशुराम जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित करने जैसे प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास किए गए। बैठक में कई प्रमुख आचार्य, ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ सदस्य और जिले के पदाधिकारी मौजूद रहे।