अयोध्या न्यूज डेस्क: विजयादशमी के मौके पर इस बार गांधी मैदान में रावण दहन बेहद खास होने वाला है। श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट की ओर से आयोजित होने वाला यह 70वां रावण दहन कार्यक्रम दो अक्टूबर को मनाया जाएगा। सात दशकों से चली आ रही इस परंपरा को और भव्य बनाने के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं। मैदान का मुख्य द्वार रामायण के पात्रों पर आधारित होगा, जबकि मंच को जानकी मंदिर पुनौरा धाम की तर्ज पर सजाया जाएगा।
रामलीला को और आकर्षक बनाने के लिए वृंदावन से कलाकारों की टीम पहुंचेगी, जो रामायण के पात्रों को मंच पर जीवंत रूप में प्रस्तुत करेगी। 22 सितंबर को श्रीगणेश, हनुमत पूजन और नारद मोह प्रसंग से शुरुआत होगी। वहीं, जनकपुर से आए पुरोहित पूरे 10 दिनों तक पूजन करेंगे। भक्तों के लिए दान पात्र रखा जाएगा और यह राशि जानकी मंदिर निर्माण में दी जाएगी।
कार्यक्रम में बच्चों के लिए भी प्रतियोगिताएं रखी गई हैं। रामायण से जुड़े सवाल-जवाब में सही उत्तर देने वाले बच्चों को पुरस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा चार से छह साल के प्रतिभागियों के लिए भजन प्रतियोगिता होगी, जहां वे हनुमान चालीसा सुनाएंगे। ट्रस्ट का कहना है कि उद्देश्य बच्चों में संस्कार और आदर्श नागरिक बनाने की भावना जगाना है।
इस बार रावण दहन और भी खास होगा। रावण की प्रतिकृति इतनी भव्य बनेगी कि उससे अंगारे और रंगीन धुआं निकलेगा, नाभि से अमृत जैसा जल बहेगा और सिर घूमता हुआ नजर आएगा। आगरा के कारीगर इस बार पुतलों को तैयार कर रहे हैं। 80 फीट का रावण, 75 फीट का मेघनाथ और 70 फीट का कुंभकर्ण बनाया जाएगा। पूरा कार्यक्रम रिमोट कंट्रोल से संचालित होगा और करीब 40 लाख रुपये से अधिक खर्च होने की संभावना है।