अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में एक बार फिर राम विवाह का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। प्रभु राम के विवाह की तैयारियां युद्धस्तर पर चल रही हैं, और अयोध्या की गलियां और सड़कों पर राम के विवाह के गीत गाए जा रहे हैं। इस बार अयोध्या में राम विवाह की तैयारियों का माहौल कुछ खास है, क्योंकि यहां के मठ मंदिरों में विवाह पंचमी के दिन प्रभु राम और माता सीता का विवाह बड़े धूमधाम से होगा।
अयोध्या के लगभग हजारों मठों और मंदिरों में प्रभु राम और माता सीता का विवाह होगा, लेकिन खास बात यह है कि यहां वर पक्ष और वधू पक्ष दोनों के मठ मंदिर हैं। एक तरफ प्रभु राम के विवाह का आयोजन हो रहा है, तो दूसरी तरफ माता सीता की विदाई की तैयारी भी जोर-शोर से चल रही है। विवाह के समारोहों में मुंबई के नागड़े, बनारस की शहनाई और पंजाब का भांगड़ा जैसी सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।
विवाह के आयोजन के साथ-साथ अयोध्या के मठ मंदिरों में राम कथा और अन्य धार्मिक अनुष्ठान भी शुरू हो गए हैं। कहीं भगवान श्रीराम के विवाह के लिए मंडप सजाए जा रहे हैं, तो कहीं विवाह पूर्व की रस्में की जा रही हैं। 6 दिसंबर को होने वाले इस राम विवाह के दिन भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह को लेकर धार्मिक क्रियाएं पूरी धूमधाम से संपन्न होंगी।
रंग महल मंदिर के महंत रामशरण दास ने बताया कि इस मंदिर में 300 साल पुराना मंडप सजाया जाता है, जिसमें प्रभु राम और माता सीता की सात फेरे की रस्म होती है। इस अवसर पर कलेवा, सिंदूरदान और लावा परछा जैसी सभी पारंपरिक रस्में भी अयोध्या के मठ मंदिरों में पूरे श्रद्धा भाव से निभाई जाएंगी। इस बार राम विवाह के मौके पर अयोध्या में एक अनोखा उत्साह और धार्मिक धरोहर की झलक देखने को मिल रही है।