अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के मवई ब्लॉक के कसारी गांव में प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ‘हर घर जल, हर घर नल’ का सच लोगों के सामने आया है। सरकारी दावों के विपरीत गांव की गलियों में पाइपलाइनें फटी हुई हैं और कीमती पानी सड़कों पर बह रहा है। लगातार जल रिसाव की वजह से कई सड़कें धंस गई हैं और कीचड़ से भर गई हैं, जिससे ग्रामीणों और बच्चों को आवागमन में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय लोग देवीदीन साहू और अनिल यादव का कहना है कि योजना की लागत करोड़ों रुपये की है, लेकिन जल निगम की लापरवाही और घटिया निर्माण के कारण यह योजना ध्वस्त होती दिखाई दे रही है। ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों को शिकायतें दीं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पाइपलाइनें योजना शुरू होते ही कट गई थीं और मरम्मत या निगरानी के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई की जा रही है।
ग्राम प्रधान महमूद और अन्य ग्रामीणों ने फटी पाइपलाइनों की तत्काल मरम्मत, दोषी अधिकारियों की जांच, जल आपूर्ति व्यवस्था का स्थायी समाधान, खोदे गए गड्ढों की मरम्मत और खुली पाइपलाइनों को ठीक करने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने उन क्षेत्रों तक पानी पहुंचाने की भी अपील की, जहां अभी तक योजना का लाभ नहीं पहुंचा।
इस मामले पर जब संबंधित अधिकारी अवनीश से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं है। इस लापरवाही और प्रशासनिक उदासीनता के चलते गांव के लोग आक्रोशित हैं और जल संकट से जूझ रहे हैं।