अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र के करमडांडा गांव में वन विभाग ने एक अत्यंत विषैले रसल वाइपर सांप को पकड़ने में सफलता हासिल की। यह कार्रवाई कुमारगंज वन रेंज के उप क्षेत्रीय वन अधिकारी मनोज सिंह के निर्देश पर की गई। करमडांडा गांव के परशुराम प्रजापति के घर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब परिवारवालों ने घर के अंदर रखे ड्रम में एक सांप को देखा। पहले तो लोगों को लगा कि यह अजगर का बच्चा है, लेकिन बाद में पता चला कि यह रसल वाइपर है, जो एशिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक है। परशुराम ने तुरंत स्थानीय वन विभाग को सूचना दी।
सूचना मिलते ही कुचेरा बीट प्रभारी दिलीप कुमार श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने सर्प विशेषज्ञ राज मिश्रा को बुलाया, जिन्होंने करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद सांप को सुरक्षित तरीके से पकड़ लिया। राज मिश्रा ने बताया कि रसल वाइपर के काटने से शरीर में सूजन आ जाती है, पानी भर जाता है और शरीर में सड़न होने लगती है। इसमें मौजूद हीमोटाक्सिन जहर तेजी से असर करता है, जिससे समय पर इलाज न मिलने पर जान का खतरा हो सकता है।
राज मिश्रा पिछले 10 वर्षों से सांप, बिच्छू, गोह, बिछखोपड़ा और कोबरा को पकड़ने का काम कर रहे हैं। वन विभाग की टीम ने पकड़े गए रसल वाइपर को कुंदुरखा कला के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया। इस अभियान में बीट प्रभारी दिलीप श्रीवास्तव के साथ राम अजोर पाल, इंद्रजीत सिंह और कई स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे। वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि किसी भी विषैले सांप को देखने पर तुरंत वन विभाग को सूचित करें ताकि कोई अनहोनी न हो।