अयोध्या न्यूज डेस्क: राम मंदिर बनने के बाद अयोध्या न सिर्फ श्रद्धा का केंद्र बनी है, बल्कि अब यह तेजी से अंतरराष्ट्रीय टूरिज्म मैप पर उभरती नगरी भी बन गई है। इस धार्मिक नगरी में बसने और निवेश करने की रुचि अब पहले से कहीं ज़्यादा बढ़ गई है। इसी के चलते अब अयोध्या में ज़मीन खरीदना पहले से महंगा हो गया है। लगभग 8 साल बाद जिले में जमीनों के सर्किल रेट में ज़बरदस्त 200 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। ये बढ़ोतरी ज़मीन की किस्म और उसके स्थान के आधार पर तय की गई है, जो अब सोमवार से प्रभावी हो गई है।
डीएम निखिल टी. फुंडे के मुताबिक ये फैसला बाजार भाव और सर्वे रिपोर्ट को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पिछले साल अगस्त में जब सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव सार्वजनिक किया गया था, तब उस पर लोगों की तरफ से कुछ आपत्तियां भी आई थीं। लेकिन अधिकांश लोगों ने मांग की थी कि कुछ इलाकों में तो प्रशासन द्वारा तय की गई दरें भी कम हैं और इन्हें और बढ़ाया जाना चाहिए। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए अब नए सर्किल रेट लागू कर दिए गए हैं, जिससे सोमवार से रजिस्ट्री भी इन्हीं दरों पर होगी।
रिपोर्ट के अनुसार अयोध्या के राम जन्मभूमि क्षेत्र के आस-पास ज़मीनों के दाम में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया है। तिहुरा माझा जैसे इलाकों में कृषि भूमि के दाम 11 लाख–23 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर से बढ़कर अब 33 लाख–69 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर तक पहुंच गए हैं। यह वही इलाका है जहां उद्योगपति अभिनंदन लोढ़ा ने ज़मीन खरीदी है और अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भी दो प्लॉट के लिए एग्रीमेंट किया है। वहीं तिहुरा उपरहार, शाहनवाजपुर माझा और बरहटा माझा जैसे इलाकों में भी दरों में ज़बरदस्त उछाल आया है।
हवाई अड्डे वाले गंजा गांव में भी ज़मीनों के सर्किल रेट में अच्छी खासी बढ़ोतरी की गई है। यहां पहले 28 से 64 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर की दर थी, जो अब 35 से 80 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर हो गई है। उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद ने अयोध्या में 1800 एकड़ की टाउनशिप बनाने का प्रस्ताव रखा है और अभी तक 600 एकड़ ज़मीन शाहनवाजपुर, बरहटा और तिहुरा गांवों से खरीदी जा चुकी है। यह बदलाव दर्शाता है कि अयोध्या अब न केवल धार्मिक बल्कि रियल एस्टेट निवेश के लिहाज से भी हॉटस्पॉट बन चुकी है।