अयोध्या न्यूज डेस्क: गृहमंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर पर की गई कथित टिप्पणी के बाद अयोध्या के वकीलों में गुस्सा फूट पड़ा है। वकीलों के एक समूह ने गृहमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एडीएम प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह को सौंपा है। उनका आरोप है कि अमित शाह ने संविधान निर्माता बाबा साहब का अपमान किया है और इसके लिए उन्हें सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।
अधिवक्ता रोशन लाल त्यागी के नेतृत्व में वकील गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि शाह द्वारा दिया गया भाषण असंवैधानिक और असंसदीय था, जिससे भारत के करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। वकीलों का कहना है कि यदि गृहमंत्री माफी नहीं मांगते, तो उन्हें अनुच्छेद 75(2) के तहत बर्खास्त किया जाए।
वकीलों का यह भी कहना है कि अगर गृहमंत्री के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती और वे माफी नहीं मांगते, तो यह विरोध प्रदर्शन और अधिक बढ़ सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो अधिवक्ता वर्ग जन आंदोलन का रुख कर सकता है।
अयोध्या में गृहमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार हो रहे हैं। वकीलों का कहना है कि इस विरोध को तब तक रोका नहीं जा सकता जब तक गृहमंत्री को बर्खास्त नहीं किया जाता और माफी नहीं मांगी जाती।