अयोध्या न्यूज डेस्क: इनायत नगर थाना क्षेत्र के मीठे गांव में एनएचएआई टोल प्लाजा कर्मियों और स्थानीय ग्रामीणों के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। टोल कर्मियों द्वारा बैरियर लगाने के लिए ग्रामीणों से शपथ पत्र (एफिडेविट) पर हस्ताक्षर कराने की कोशिश की गई, जिससे नाराज ग्रामीण मौके से भाग खड़े हुए। इसके बाद कुचेरा बाजार में एकत्र होकर ग्रामीणों ने पिलर स्थल पर विरोध प्रदर्शन किया और टोल कर्मियों के खिलाफ प्रशासनिक मिलीभगत के आरोप लगाए।
दरअसल, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने अयोध्या-रायबरेली मार्ग पर मीठे गांव के पास टोल प्लाजा स्थापित किया है। यहां से लगभग 2 किलोमीटर पहले कुचेरा बाजार से एक स्टेट हाईवे होकर पिपरी जलालपुर के रास्ते अंबेडकरनगर को जोड़ता है। टोल कर्मियों ने भारी वाहनों की आवाजाही रोकने के उद्देश्य से इस स्टेट हाईवे के किनारे दो पिलर गाड़ दिए, जिसे ग्रामीणों ने अवैध बैरियर करार दिया और एसडीएम से कार्रवाई की मांग की।
टोल मैनेजर प्रभाकर मिश्र ने सफाई देते हुए कहा कि यह सड़क 15 टन से अधिक वजन की गाड़ियों के लिए नहीं बनी है, जबकि इस मार्ग पर 50 से 60 टन तक के भारी वाहन चल रहे हैं जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही थीं। इसी कारण हाइटगेज बैरियर लगाने के निर्देश मिले। उन्होंने कहा कि स्थानीय दुकानदारों और लोगों के लिए यह बैरियर जरूरत पड़ने पर ऊपर उठाया जा सकेगा, जिससे उनकी आवाजाही में बाधा न आए।
यह विवाद अब स्थानीय स्तर पर प्रशासनिक निर्णय और आम जनता की सहमति के टकराव का मुद्दा बन चुका है। बैरियर की वैधता, ग्रामीणों की आपत्तियाँ और टोल प्रबंधन की दलीलें – तीनों पक्षों में समन्वय की दरकार है।