अयोध्या न्यूज डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में यह स्पष्ट कर दिया कि अब पाकिस्तान से बातचीत केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर ही होगी। उन्होंने इस बयान के जरिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर को जवाब दिया। प्रधानमंत्री के इस संदेश ने पूरे देश में एक मजबूत और स्पष्ट स्थिति को उभारा, विशेषकर अयोध्या के संतों द्वारा इसे स्वागत के रूप में लिया गया।
सरयू नित्य के अध्यक्ष महंत शशिकांत दास ने प्रधानमंत्री के इस संबोधन को भारत के लिए उत्साहवर्धक बताया। उन्होंने कहा कि इस संदेश ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ निष्ठा को उजागर किया है। महंत शशिकांत दास के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि आतंकवाद से कोई समझौता नहीं किया जाएगा और पाकिस्तान द्वारा आतंकवादियों का समर्थन करने के बाद पाकिस्तान से बातचीत की कोई संभावना नहीं होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी जी ऐसे नेता हैं, जो भारत की अखंडता और सुरक्षा की रक्षा करने की पूरी क्षमता रखते हैं।
तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने भी प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन को सराहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह संदेश पाकिस्तानियों के लिए सीधा और स्पष्ट है। परमहंस आचार्य ने इस बात पर जोर दिया कि प्रधानमंत्री मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को जारी रखने की बात कही है और पाकिस्तान से वार्ता केवल पीओके के मुद्दे पर ही संभव होगी, न कि अन्य मुद्दों पर।
प्रधानमंत्री मोदी के इस स्पष्ट और मजबूत संदेश ने पाकिस्तान को यह चेतावनी दी है कि आतंकवाद के खिलाफ भारत कोई समझौता नहीं करेगा। यह बयान भारत की कूटनीतिक शक्ति और आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख को प्रदर्शित करता है। इस संबोधन को अयोध्या के संतों ने समर्थन दिया, जिन्होंने इसे पाकिस्तान के लिए एक मजबूत संदेश माना।