अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में बाल विकास विभाग की एक ताजा रिपोर्ट ने जिले में बच्चों में कुपोषण की गंभीर स्थिति को सामने रखा है। जिले के 2,381 आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत 2.28 लाख से अधिक बच्चों की जांच के बाद 7,520 बच्चे कुपोषित पाए गए हैं। इनमें से 1,199 बच्चे अति कुपोषण (Severe Acute Malnutrition - SAM) से ग्रस्त हैं, जबकि 6,321 बच्चों को मध्यम कुपोषण (Moderate Acute Malnutrition - MAM) की श्रेणी में रखा गया है।
इस चुनौती से निपटने के लिए प्रशासन ने सक्रियता दिखाई है। जिलाधिकारी के निर्देश पर अब प्रत्येक शनिवार को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और वीएचएसएनडी सत्रों में कुपोषित बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच की जा रही है। जिन बच्चों की हालत अधिक गंभीर पाई जा रही है, उन्हें दर्शननगर स्थित मेडिकल कॉलेज के पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती किया जा रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी एके त्रिपाठी के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 264 और 2024-25 में अब तक 286 अति कुपोषित बच्चों का पुनर्वास किया गया है।
इस बीच, जिन आंगनबाड़ी सुपरवाइजरों की लापरवाही सामने आई है, उनके खिलाफ भी प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। अमानीगंज, रुदौली और तारून की तीन सुपरवाइजरों का वेतन रोक दिया गया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी स्तर पर बच्चों की उपेक्षा बर्दाश्त नहीं की जाएगी और भविष्य में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस अभियान को और प्रभावी बनाएं, ताकि हर बच्चा स्वस्थ और मजबूत भविष्य की ओर बढ़ सके।