अयोध्या न्यूज डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के थाईलैंड दौरे के दौरान एक ऐतिहासिक पहल सामने आई है। थाईलैंड स्थित वाट फ्यो बुद्धिस्ट मंदिर में हुई एक मुलाकात के दौरान कुशीनगर के थाई बुद्ध विहार के प्रमुख डॉ. पी. खोमसान ने अयोध्या में थाई-रामायण मंदिर के निर्माण का प्रस्ताव रखा। उन्होंने पीएम मोदी से मंदिर निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, जिस पर प्रधानमंत्री ने सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।
डॉ. खोमसान ने बताया कि यह मंदिर भारत और थाईलैंड के बीच सांस्कृतिक और धार्मिक संबंधों को और गहरा करेगा। थाईलैंड में रामायण, जिसे "रामकिएन" कहा जाता है, वहां की संस्कृति और धार्मिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। भगवान राम को वहां आदर्श राजा के रूप में पूजा जाता है और राजाओं के नाम में ‘राम’ जुड़ा होता है। वर्तमान में थाई राजा का नाम भी ‘राम’ वंश पर आधारित है। इसलिए अयोध्या में रामायण मंदिर बनाना दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और आध्यात्मिक संबंधों को नई ऊंचाई देगा।
कुशीनगर स्थित थाई मोनेस्ट्री के जनसंपर्क अधिकारी अंबिकेश त्रिपाठी ने बताया कि भूमि मिलते ही मूलनिधि वाट थाई कुसीनारा महाविहार सोसायटी मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर देगी। यह परियोजना संस्था की प्राथमिकता में है और इसे लेकर गंभीरता से तैयारी चल रही है। इस प्रयास से भारत-थाईलैंड के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव और मजबूत होगा, और अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर और अधिक मजबूती मिलेगी।