अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या में इस साल गेहूं खरीद प्रक्रिया ने अच्छी रफ्तार पकड़ ली है। 17 मार्च से शुरू हुई इस प्रक्रिया में अब तक करीब 19 हजार मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। जिले भर में 64 खरीद केंद्र संचालित हो रहे हैं, जहां 7620 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इनमें से 6491 किसानों का सत्यापन पूरा हो गया है, जिससे यह प्रक्रिया लगभग 85 प्रतिशत तक पूरी हो चुकी है। खरीद केंद्रों के प्रभारी कई जगहों पर खुद किसानों के घर जाकर गेहूं खरीदने में जुटे हैं।
हालांकि खरीद में तेजी आने के साथ ही एक बड़ी दिक्कत भी सामने आई है। केंद्रों पर खरीदे गए गेहूं की समय से उठान नहीं हो पा रही है। ठेकेदारों द्वारा पर्याप्त ट्रक मुहैया नहीं कराए जा रहे हैं। साथ ही, मजदूरों की कमी की वजह से गोदामों में अनाज उतारने और पीडीएस के लिए लोडिंग में भी रुकावटें आ रही हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए डिप्टी आरएमओ धनंजय सिंह ने साफ चेतावनी दी है कि जो ठेकेदार वाहन उपलब्ध नहीं कराएंगे, उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
समीक्षा बैठक में गैरहाजिर रहने वाले ठेकेदारों को नोटिस भेजने की तैयारी भी की जा रही है। वहीं, जिले से बाहर गेहूं की अवैध ढुलाई और भंडारण पर भी सख्त रोक लगाई गई है। पीसीएफ, पीसीयू और यूपीएसएस जैसी खरीद एजेंसियों के काम से प्रशासन नाखुश है और उन्हें एक हफ्ते में सुधार करने का अल्टीमेटम दिया गया है। यदि स्थिति में बदलाव नहीं हुआ तो शासन से कार्रवाई की संस्तुति भेजी जाएगी। कुल मिलाकर, अयोध्या में गेहूं खरीद का काम तेज़ है लेकिन उठान की अव्यवस्था और ठेकेदारों की लापरवाही पर अब प्रशासन सख्ती के मूड में है।