अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में हुए अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मामले की जांच अब अयोध्या के डीएम को सौंपी गई है। आरोप है कि सैकड़ों फेल हुए MBBS छात्रों को पांच से दस लाख रुपये लेकर स्क्रूटनी के जरिए पास कर दिया गया। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र बनाने में भी रिश्वतखोरी और मनमानी की गई थी। प्रशासन के विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी ने इस मामले की जांच को लेकर अयोध्या के डीएम को पत्र भेजा है, जिसमें 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है।
पिछले साल नवंबर में बाराबंकी के निवासी रामतीरथ ने इस मामले की शिकायत बाराबंकी के डीएम से की थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि अवध विवि से जुड़े चिकित्सा संस्थानों के फेल छात्रों से रिश्वत लेकर उनके नंबर बढ़ाए गए और उन्हें पास कर दिया गया। बाराबंकी डीएम ने मामले की जांच के लिए मंडल स्तर पर रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद शासन ने इसे अयोध्या डीएम के पास भेज दिया है।
जांच में यह भी सामने आया है कि 2013 से 2020 के बीच कई परीक्षा नियंत्रकों और कुलसचिवों की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं। इन आरोपों के बाद इस फर्जीवाड़े को लेकर कड़ी कार्रवाई की आशा जताई जा रही है।