अयोध्या न्यूज डेस्क: रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की विशेष तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रयागराज से अयोध्या के बीच चार रिंग रेल चलाई जाएंगी। साथ ही, देश के विभिन्न हिस्सों से तीन हजार स्पेशल और दस हजार नियमित ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, जिसमें करीब डेढ़ से दो करोड़ श्रद्धालुओं के सफर की संभावना है। रेलमंत्री ने ये बातें रविवार को बनारस स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में कही।
उन्होंने बताया कि महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए रेलवे पिछले तीन वर्षों से तैयारियां कर रहा है। इस दौरान नए वेटिंग और होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। पटरियों का दोहरीकरण, प्लेटफार्म विस्तार, और नए एफओबी, आरओबी और आरयूबी का निर्माण भी किया गया है। उत्तर रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के संयुक्त प्रयास से महाकुंभ का यह 'मिशन' सफल बनाया जाएगा।
रेलमंत्री ने रेलवे के आधुनिकीकरण के प्रयासों पर जोर देते हुए बताया कि ऑटोमेटिक सिग्नलिंग, यार्ड रीमॉडलिंग, और प्लेटफार्मों पर अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए ट्रेनों में जनरल कोच की संख्या बढ़ाई जाएगी। 45 दिनों तक चलने वाले महाकुंभ में चार विशेष स्नान होंगे, जिसमें श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए विशेष इंतजाम किए जाएंगे।
रेलमंत्री का बनारस स्टेशन पर भाजपा नेताओं और रेलवे अधिकारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। स्टेशन पर विभिन्न मजदूर संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी रेलमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इनमें नक्खी घाट रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास की चौड़ाई बढ़ाने जैसी स्थानीय समस्याओं का समाधान करने की मांग की गई।
बनारस स्टेशन से निरीक्षण यान 'पारस' के जरिए रेलमंत्री प्रयागराज रवाना हो गए। इस दौरान उनके साथ कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार, और पूर्वोत्तर रेलवे की जीएम सौम्या माथुर समेत कई अधिकारी मौजूद थे। इससे पहले, बाबतपुर एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। रेलमंत्री ने भरोसा दिलाया कि रेलवे यात्रियों को सर्वोत्तम सुविधाएं देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।