। आईपीएल 2025 में राजस्थान रॉयल्स (RR) के प्रदर्शन पर अचानक तब सवाल खड़े हो गए जब राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) की एड-हॉक कमेटी के संयोजक जयदीप बिहानी ने टीम पर मैच फिक्सिंग के गंभीर आरोप लगाए। यह आरोप उस वक्त लगाए गए जब राजस्थान को दिल्ली कैपिटल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ दो करीबी मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा।
हालांकि, इन आरोपों के बाद राजस्थान रॉयल्स ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी और सख्त लहजे में आरोपों को नकारते हुए विरोध जताया। लेकिन अब एक नई रिपोर्ट ने इस पूरे विवाद की असली वजह उजागर की है, जो क्रिकेट से नहीं बल्कि टिकट वितरण से जुड़ी है।
टिकट वितरण बना विवाद की जड़?
'टाइम्स ऑफ इंडिया' की रिपोर्ट के अनुसार, RCA और राजस्थान रॉयल्स के बीच यह विवाद मैच टिकटों की संख्या को लेकर है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जहां आमतौर पर RCA को प्रति मैच 1,800 टिकट दिए जाते थे, वहीं इस सीजन में यह संख्या घटाकर 1,000-1,200 टिकट कर दी गई। इससे RCA में नाराजगी फैल गई और संभवतः मैच फिक्सिंग के आरोप उसी गुस्से का परिणाम हैं।
RCA को किया गया दरकिनार
राजस्थान रॉयल्स के एक अधिकारी ने बताया कि बीसीसीआई की ओर से उन्हें सीजन की शुरुआत में ही स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि चूंकि RCA फिलहाल भंग है, इसलिए सभी आयोजन और समन्वय कार्य राजस्थान राज्य खेल परिषद (RSSC) के जरिए किए जाएंगे।
ऐसे में RCA की भूमिका नगण्य हो गई, जिससे भीतर ही भीतर सत्ता संघर्ष और ध्यानाकर्षण की कोशिशें तेज हो गई हैं।
बीसीसीआई का भी आया रिएक्शन
मैच फिक्सिंग के आरोपों पर बीसीसीआई के एक अधिकारी ने भी प्रतिक्रिया दी है। नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने कहा:
"RCA फिलहाल भंग है। एक एड-हॉक कमेटी बनाई गई है और जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, कई लोग मीडिया का ध्यान खींचने की कोशिश कर रहे हैं। बीसीसीआई की एंटी करप्शन यूनिट 24x7 सक्रिय है और किसी भी गड़बड़ी को तुरंत पकड़ा जाता है। इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।"
राजस्थान रॉयल्स का पक्ष
जस्थान रॉयल्स ने पहले ही इन आरोपों को "बेबुनियाद और दुर्भावनापूर्ण" बताया है। टीम प्रबंधन का कहना है कि वे बीसीसीआई के सभी नियमों और निर्देशों का पालन कर रहे हैं और RCA के साथ उनका कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है।
टीम की ओर से जारी बयान में कहा गया:
"हमने RCA को कभी दरकिनार नहीं किया, लेकिन जब बीसीसीआई ने RSSC से समन्वय का निर्देश दिया, तो हमने वैसा ही किया। मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप बिना सबूत लगाए जाना दुखद और खेल भावना के खिलाफ है।"
निष्कर्ष: क्रिकेट नहीं, राजनीति है असली वजह
इस पूरे विवाद में साफ हो गया है कि मामला क्रिकेटिंग निर्णयों या प्रदर्शन से ज्यादा प्रशासनिक राजनीति का है। RCA को टिकट में कटौती और अधिकारों में कमी के चलते नाराजगी है, जिसे मैच फिक्सिंग जैसे संवेदनशील आरोपों के जरिए बाहर लाया गया।
हालांकि, राजस्थान रॉयल्स, बीसीसीआई, और क्रिकेट विशेषज्ञों ने इस पर गंभीर सवाल उठाते हुए RCA की मंशा पर संदेह जताया है।