गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर बुधवार को आयोजित 93वें भारतीय वायु सेना दिवस के मौके पर वायु सेना प्रमुख, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने देश को 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता की कहानी से परिचित कराया। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि ऑपरेशनल योजना, अनुशासित ट्रेनिंग और स्वदेशी हथियारों के दम पर प्राप्त की गई राष्ट्रीय सफलता थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर भारतीय को ऑपरेशन सिंदूर पर गर्व है।
स्वदेशी हथियारों ने किया सटीक वार
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भारतीय वायु सेना (IAF) की स्वदेशी विकसित शस्त्र कहानी की जमकर सराहना की। उन्होंने बताया कि इन स्वदेशी हथियारों ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बेहद सटीक और प्रभावी हमले किए, जिसने राष्ट्रीय सुरक्षा में आक्रामक वायु शक्ति की भूमिका को एक बार फिर स्थापित कर दिया।
उन्होंने कहा, "हमारे स्वदेशी हथियार प्रणालियों की प्रभावशाली कार्यप्रणाली और सटीक हमलों ने यह साबित कर दिया है कि हमारे देश में विकसित प्रणालियां पूरी तरह सक्षम हैं।" इस सफलता ने न केवल वायु सेना की मारक क्षमता को बढ़ाया, बल्कि देश के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान को भी बल दिया।
इसके अलावा, वायु सेना प्रमुख ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता में पाकिस्तानी ठिकानों की सटीक जानकारी प्राप्त करने में खुफिया तंत्र की महत्वपूर्ण भूमिका थी, जिसने वायु योद्धाओं को अचूक निशाना लगाने में मदद की।
हर युग में दोहराई शौर्य गाथा
एयर चीफ मार्शल सिंह ने भारतीय वायु सेना के गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए कहा कि "हमारे वायु योद्धाओं ने हर युग में इतिहास रचा है।"
उन्होंने भारतीय वायु सेना के विभिन्न सफल अभियानों का जिक्र किया:
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1948, 1971, 1999 के युद्ध
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बालकोट में आतंकवादियों का सफाया
उन्होंने कहा कि इन सभी मौकों पर भारतीय वायु सेना ने अपनी शौर्य गाथा को दोहराया है और देश की सीमाओं की रक्षा के लिए अपनी तत्परता सिद्ध की है।
संकट में 'ऑपरेशन सिंधु'
केवल युद्ध और आक्रामकता ही नहीं, भारतीय वायु सेना अंतर्राष्ट्रीय संकटों में भी मानवता की सेवा में सबसे आगे रही है। एयर चीफ मार्शल ने 'ऑपरेशन सिंधु' की भी सराहना की, जिसका उद्देश्य 18 जून को ईरान और इजराइल जैसे संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालना था।
उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना ने अंतर्राष्ट्रीय संकटों में भी तत्परता से राहत सामग्री और कर्मियों को एयरलिफ्ट किया है। उन्होंने जोर दिया, "हमारी वायु सेना ने अक्सर कठिन और खतरनाक परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन किया है।"
वायु सेना दिवस का यह अवसर भारतीय वायु सेना की बढ़ती स्वदेशी क्षमता, अनुशासित ऑपरेशनल तैयारियों और वैश्विक संकटों में मानवता की सेवा के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।