ताजा खबर

सनसनीखेज़ ट्रेंड: बॉडीबिल्डर्स मांसपेशियों के लिए खरीद रहे हैं 'माँ का दूध', डॉक्टर ने चेताया - "यह एक जुआ है!"

Photo Source :

Posted On:Thursday, October 9, 2025

मुंबई, 9 अक्टूबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) फिटनेस जगत में एक अजीबोगरीब और विवादास्पद ट्रेंड तेज़ी से फैल रहा है। अमेरिका में कुछ बॉडीबिल्डर्स (Bodybuilders) नई माताओं से उनके स्तन के दूध (Breastmilk) को मोटी रकम देकर खरीद रहे हैं। इन बॉडीबिल्डर्स का मानना है कि माँ का दूध मांसपेशियों के विकास (Muscle Growth) और रिकवरी में मदद कर सकता है। VICE की एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ जिम जाने वाले लोग इस "मानव प्रोटीन" के लिए हर महीने हजारों डॉलर खर्च कर रहे हैं।

यह चौंकाने वाला चलन तब सामने आया जब न्यूयॉर्क पोस्ट ने कई महिलाओं का इंटरव्यू लिया, जिनमें 31 वर्षीय एक माँ, केरा विलियम्स भी शामिल थीं। उन्होंने बताया कि वह फेसबुक ग्रुप्स के ज़रिए लोगों से संपर्क करती हैं और अब तक 3,500 औंस से अधिक दूध बेच चुकी हैं।

विशेषज्ञ की चेतावनी: "वैज्ञानिक रूप से शून्य प्रमाण"

इस अजीब ट्रेंड पर स्वास्थ्य पेशेवर और कंटेंट क्रिएटर डॉ. कुणाल सूद ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने एक इंस्टाग्राम वीडियो में बताया कि स्तन का दूध वयस्कों या परफॉर्मेंस बढ़ाने के लिए पोषण की दृष्टि से उपयुक्त नहीं है।

डॉ. सूद ने कहा:

प्रोटीन कम: "स्तन के दूध में लगभग 88% पानी होता है और प्रति कप में केवल 2.5 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि गाय के दूध में 7.9 ग्राम और अधिकांश प्रोटीन पाउडर में 28 ग्राम प्रोटीन होता है।"

मांसपेशी विकास का भ्रम: उन्होंने जोर देकर कहा, "इस बात का शून्य वैज्ञानिक प्रमाण है कि माँ का दूध मांसपेशियों के विकास को बढ़ाता है।" इसके विपरीत, व्हे प्रोटीन (Whey Protein) अच्छी तरह से रिसर्च किया गया है और यह मांसपेशियों के निर्माण में सहायक है।

सुरक्षा जोखिम: डॉ. सूद ने ऑनलाइन अनियंत्रित स्तन दूध खरीदने के स्वास्थ्य खतरों को भी उजागर किया। "यह बैक्टीरिया से दूषित हो सकता है, बीमारियों का संचरण कर सकता है, और इसमें अनजाने में दवाएं या हार्मोन भी हो सकते हैं।"

डॉ. सूद ने निष्कर्ष निकाला, "अगर लक्ष्य ताकत बढ़ाना है, तो माँ का दूध शॉर्टकट नहीं है। यह दूध के एक गिलास से कम प्रोटीन वाला, एक अनियंत्रित जुआ है।"

वयस्कों के लिए माँ का दूध क्यों है बेकार और ख़तरनाक?

बेंगलुरु के कोशिस अस्पताल में कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन, डॉ. पल्लेटी शिवा कार्तिक रेड्डी ने बताया कि माँ का दूध विशेष रूप से शिशुओं के लिए डिज़ाइन किया गया एक जटिल, पोषक तत्वों से भरपूर तरल पदार्थ है, न कि वयस्कों के लिए।

👶 पोषण का कोई लाभ नहीं

शारीरिक प्रभाव नगण्य: डॉ. रेड्डी के अनुसार, स्वस्थ वयस्कों में इसका शारीरिक प्रभाव नगण्य होता है।

हल्का प्रोटीन: माँ के दूध में लैक्टोफेरिन (Lactoferrin) जैसे प्रोटीन होते हैं, लेकिन इसका कोई विश्वसनीय प्रमाण नहीं है कि यह मानक पोषण (जैसे व्हे या कैसिइन प्रोटीन) की तुलना में मांसपेशियों के हाइपरट्रॉफी या रिकवरी को बेहतर बनाता है।

लैक्टोज इंटॉलरेंस: स्तन के दूध में लैक्टोज (Lactose) की मात्रा अधिक होती है। कई वयस्कों को लैक्टोज इंटॉलरेंस की समस्या होती है, जिसके कारण उन्हें पेट फूलना, ऐंठन या दस्त जैसी शिकायतें हो सकती हैं।

⚠️ सबसे बड़ा खतरा: संक्रमण और बीमारियाँ

डॉ. रेड्डी ने अनियंत्रित स्रोतों से दूध खरीदने को बेहद खतरनाक बताया।

बीमारी का संचरण: यदि ठीक से जाँच या स्टोर न किया जाए, तो स्तन के दूध से HIV, HTLV, CMV जैसे वायरस, और लिस्टेरिया, साल्मोनेला या ई. कोलाई जैसे बैक्टीरिया फैल सकते हैं।

हार्मोन और दवा के अवशेष: माँ के दूध में हार्मोन और दवाओं के अवशेष हो सकते हैं, खासकर अगर डोनर गर्भ निरोधकों (Contraceptives) या SSRIs जैसी दवाओं पर हो। वयस्कों में, इन पदार्थों के लंबे समय तक संपर्क से एंडोक्राइन फ़ंक्शन या प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बाधित हो सकती है।

डॉ. रेड्डी ने निष्कर्ष में कहा, "अनियंत्रित स्तन का दूध न केवल मूर्खतापूर्ण है, बल्कि यह एक वास्तविक जन स्वास्थ्य खतरा है।"


अयोध्या और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. ayodhyavocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.